awaz ki ghazal
Monday, April 23, 2018
'ग़ज़ल' बना लिया
कहते
हैं
सोच
,
पहचान
है
इंसान
की
हमने
भी
ख़्यालों
को
अपने
'
ग़ज़ल
'
बना
लिया
'
आवाज़
'
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