awaz ki ghazal
Monday, April 16, 2018
नफ़रतों की हवा...
नफ़रतों की ना जाने कैसे,
यूं हवा चल गयी 'आवाज़'
यहां तिनका-तिनका
बिखर गया है आशियाँ 'अपना'
'आवाज़'
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