awaz ki ghazal
Tuesday, May 14, 2019
वक़्त की पीठ पर
वक़्त की पीठ पर मैंने
तेरा नाम लिख डाला है
गया वक़्त है,
कभी लौट के तो आएगा
उम्मीदों के गुलशन में एक दिन
फिर से ख़ुशबू बनकर
तू फ़िज़ाओं में लहराएगा
मुझसे लिपट जायेगा...
"आवाज़"
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