awaz ki ghazal
Friday, April 5, 2019
तेरे मुक़ाबिल क्या होगा
किसी का दिल मचल जाये
तुझे इससे हासिल क्या होगा
इस डूबते दिल का बता
आख़िर साहिल क्या होगा
खुदा ने इस नज़ाक़त से तराशा है तुझे
कोई मुजस्समा भी,
तेरे मुक़ाबिल क्या होगा
'आवाज़'
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